जोधपुर के आसपास का ग्राम्य जीवन बहुत रोचक और प्रेरणाप्रद है आसपास के गाँव जाति बाहुल्य के आधार पर जाने जाते हैं जिनमें राजपूत,जाट ,कुम्हार ,ब्राह्मण,मेघवाल ,बिश्नोई आदि मुख्य है जहाँ एक तरफ़ राजपूत अपनी शूरवीरता के लिए मशहूर हैं वहीँ बिश्नोई प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी हैं भामाशाह जैसा उदार वणीक है तो संस्कृत के महाकवि माघ हैं राजस्थान के ग्रामीण अंचलों में इनकी कहानियाँ आज भी गा के सुनाई जाती हैं
इसी ग्राम्य जीवन की कुछ झलकियाँ देखें
रामू काका
गुडा बिश्नोई जोधपुर से मात्र 25 Km. दूर है परन्तु इसका नाम
पूरे विश्व में प्रसिद्ध पर्यटन पुस्तिका लोनली प्लेनेट में भी दर्ज है यह गाँव बिश्नोई समाज के अनोखी रीतिरिवाजो के लिए मशहूर है