अहा , ग्राम्य जीवन भी क्या है ...?re simple than village life...

Some true stories about village life

जोधपुर के आसपास ग्राम्य जीवन की झलकियाँ

रविवार, 11 अक्तूबर 2009

बिन पानी सब सून


राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बारिश नहीं होने से इस बार अकाल का सामना करना पड़ेगा.इसे दोहरा अकाल भी कहते हैं क्योंकि किसान कर्ज लेकर बुवाई कर चुके हैं.पीने का   पानी सबसे बड़ी समस्या है ,तालाब सूखे पड़े हैं आदमी और मवेशी पानी कि तलाश में भटक रहे हैं (ऊपर का   चित्र आशु मित्तल द्वारा ).राज्य सरकार कि नींद उड़ चुकी है और पेयजल योजनाओं पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है.वैसे भी इस सरकार को सूखे का काफी अनुभव है.केंद्र भी दया के नाम पर मदद तो करेगा ही.कुल मिला कर अगर आप जी नहीं  सकते तो कम से कम आपको मरने भी नहीं दिया जायेगा.कोई बात नहीं हमारे मारवाड़ कि तो खासियत है पानी उन्डो है तो मिनक भी उन्डो है यानि चूँकि यहाँ पानी गहराई में मिलता है तो आदमी में भी सब्र का माद्दा ज्यादा है. 

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