अहा , ग्राम्य जीवन भी क्या है ...?re simple than village life...

Some true stories about village life

जोधपुर के आसपास ग्राम्य जीवन की झलकियाँ

शनिवार, 19 सितंबर 2009

माया की माया से बातचीत


माया की माया से बातचीत मेरे जीवन का अनोखा अनुभव था.एक माया न्यूयार्क से आई हैं और दूसरी ने अपने गाँव से बाहर कदम नहीं रखा.एक को सिर्फ अंग्रेजी आती है दूसरी को सिर्फ मारवाडी.हाँ,एक समानता जरूर है दोनों को धुम्रपान का शौक है.दोनों अपनी अपनी भाषा में बोलती रही और इशारों इशारों में सारी बात हो गयी.सारे संसार में नारी की पीडा एक जैसी है ,समझोता करने वाली और न करने वाली एक दूसरे का दुःख दर्द अच्छे से समझती हैं.मैं तो इनकी ट्यूनिग  से विस्मित था की दुभाषिये का रोल भी अदा नहीं कर सका.में ऐसा करके उनके वार्तालाप में व्यवधान भी नहीं करना चाहता था.

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